वृद्धाश्रम की स्थापना : मदर ने कुष्ठ रोगियों के लिए तो आश्रम स्थापित किए ही थे, घर वालों से सताए गए और उपेक्षित वृद्धों के लिए भी उन्होंने कई आश्रमों की स्थापना की। | कलकत्ता में एक जापानी दंपति ने इसलिए आत्महत्या कर ली थी कि उनके बच्चों ने उन्हें ठुकरा दिया था। उन्होंने मरने से पहले अपने सुसाइड नोट’ को एक डायरी में लिखा, ‘वृद्धावस्था के कारण हम अपनी देखभाल करने में असमर्थ हैं। इसलिए हमने आत्महत्या करने का फैसला किया है। हमारे मरने के बाद हमारे इस फ्लैट को बेच दिया जाए और इससे जो धन मिले उसमें से आधा हमारे बच्चों को और
आधा धन मदर होम को दे दिया जाए। | इंस्पेक्टर ने वह नोट पढ़कर मदर को सुनाया तो उनकी आंखें भर आईं। उसी दिन उन्होंने निर्णय कर लिया कि वे निराश्रित वृद्धों के लिए वृद्धाश्रम की स्थापना करेंगी और उन्हें ऐसा जीवन देंगी, जिससे उन्हें अपना जीवन भार न लगे।
“इंस्पेक्टर ! वृद्ध दंपति का दाह-संस्कार मदर होम की ओर से किया जाएगा। यह आप इनके बच्चों को बता दें।” मदर ने कहा।