Two Saints | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी)
Two Saints | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी) : एक दिन दोपहर के समय, दो भिक्षु जंगल से होते हुवे यात्रा कर रहे थे। जैसे ही वे वहां आधे रास्ते में पहुंचे उन्होंने एक नदी की धारा के पास में एक सुंदर जवान लड़की खड़ी देखी, जिसको देख कर ये पता चल रहा था की वो लड़की इस उलझन में हैं की इस धारा को कैसे कर के पार किया जाए. पहला भिक्षु उस लड़की के पास गया और उसको बताया की ये नदी बहुत गहरी नहीं हैं, और वो आराम से नदी को पार कर सकती हैं. लड़की ने फिर भिक्षु को अपनी परेशानी बताई की वो पानी से डरती हैं और साथ ही वो पानी से भीगना नहीं चाहती. भिक्षु उस दुखी लड़की की बात समझ गया. उसने उसे अपनी गोद में उठाया और बिना कुछ कहे नदी पार करवा दी. लड़की ने भिक्षु को धन्यवाद दिया और वहाँ से चली गयी. फिर भिक्षु ने अपने मित्र के साथ जाकर जंगल का भ्रमण पुनः शुरू किया.
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Two Saint | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी) : लगभग एक घंटे तक चुप्पी में चलने के बाद, दूसरा भिक्षु इसे अब और सहन नहीं कर सकता था। “तुम ऐसा कैसे कर सकते हो? तुम जानते हो की हम किसी महिला को ऐसे नहीं छू सकते हैं! ” उसने कहा। पहले भिक्षु ने उसे देखा, मुस्कुराया, और कहा, “मैंने उसे एक घंटे पहले वही छोड़ दिया था, लेकिन ऐसा लगता है कि तुम उसे उस समय से साथ में लिए चल रहे हो।”
Two Saints | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी) : कहानी से सीख: अपनी असफलताओं, निराशाओं, और अपने जीवन के सबसे नीचे पलो को हमेशा अपने साथ में लेकर मत चलो। उन्हें नीचे रखो और आगे की ओर बढ़ो ना की पीछे की ओर। आप कार के पीछे का शीशा देखकर कार नहीं चला सकते हैं। न ही आप को इस तरह से अपना जीवन जीना चाहिए। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब ये है कि आप उन लोगों को क्षमा करते हैं जिन्होंने आपको चोट पहुंचाई है या आपके साथ गलत किया है। (फिर चाहे वो आप खुद ही क्यूँ ना हो) इसका मतलब है कि अपनी असफलताओं और निराशाओं को स्वीकार करना, उनसे सीखना, बढ़ना, दर्द के बावजूद मजबूत होना और अपने जीवन को फिर से एक मौका देने के साथ आगे बढ़ना।
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Two Saints | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी) : मेरी कहानी: मेरे जीवन में सबसे बुरा समय मेरी 25 साल की शादी का टूटना था। मैं तबाह हो गयी था, उदास, गुस्से में लबालब लेकिन अंदर से बहुत डर गयी थी और हर दूसरी नकारात्मक भावना से भरी हुई थी जिसे आप कल्पना कर ही सकते हैं की मैं किस हाल में थी। मैं कई महीनों तक एक अंधेरे कमरे में खुद को बंद रखा करती थी, एक दिन जब मैंने महसूस किया की अब सब मेरे बर्दाश्त से बाहर हैं तब मुझे एहसास हुआ कि मैं या तो अपने खुद के बनाए हुवे अन्धकार में डूब जाने दूंगी या फिर मेहनत कर के खुद को इससे बाहर निकलूंगी। मैंने फैसला किया कि मैं इस काम को तभी पूरा कर सकती हूँ जब मैं अपने बारे में चिंता करने के बजाय दूसरों की मदद करने पर अपना ध्यान लगाउंगी। मैं एक नौकरी कोच बन कर एक लोकल चैरिटी संस्था में काम करने लग गयी; लोगों को नौकरी खोजने, करियर बदलने, और सामान्य करियर की समस्याओं को हल करने में मदद करना मुझे अच्छा लगने लगा था। इस काम ने मेरी ज़िन्दगी बदल दी। मैंने अपने जीवन के उद्देश्य ढूंढने में की मुझे करना क्या हैं को लेकर सच में बहुत ठोकरे खाई थी.
सीख दो: अपने आप के साथ कुछ बड़ा करना और अपनी समस्याओं से बाहर निकलने का एक तरीका निकाले। अपने आप के बजाय दूसरों के लिए कुछ करने का एक रास्ता खोजें। आप चौंक जाएंगे की आपका नज़रियाऔर नकारात्मक व्यहवार कैसे बदलता है जब आप खुद को दोष देने के बजाय परोपकारी होने लगते हैं। जब आप को अपनी समस्याओं में ही मुंह डाल कर केवल उन्ही के बारे में बार बार सोचते हैं तो आपको कुछ और चीज़ नहीं दिखती यहाँ तक की उन परेशानियों का समाधान भी नहीं जो आपसे अक्सर 2 फीट दूर खड़ी होती हैं।
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Two Saints | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी) : सीख तीन: अपनी आशा और विश्वास को कसकर पकड़ो और उसे जाने मत दो। आपको विश्वास करना होगा कि आप जिस भी स्थिति में हैं उसके दूसरी तरफ आशा और बेहतर भविष्य है। मेरे लिए, एक ईसाई के रूप में, मेरे पास यह शिक्षा थी कि: “मुझे पता है कि मैंने तुम्हारे लिए क्या सोचा हैं भगवान कहते हैं। तुम्हे समृद्ध करने का विचार, तुम्हारे भविष्य के लिए आशाओ की लहर (जेरेमिया 29:11)। आपका जिस भी चीज़ में विश्वास हैं उसे किसी भी कीमत पर जाने मत दीजिये खासकर उन मुश्किल घडियो में जहाँ पर तुम्हारे लिए टिकना मुश्किल हैं तुम्हारी आशा और तुम्हारा विश्वास ही तुम्हे उस बुरे वक़्त से गुजारेगा.
मेरे आशावादी होने ने मेरे जीवन को कैसे बदला?: तब से लेकर अब लगभग 2 साल बाद, मेरा जीवन पूरी तरह से अलग है। मेरा उद्देश्य मिलने के बाद, मुझे वहां लोगों की मदद करने में शांति, पूर्ति और खुशी मिलती है। मैं नौकरी कोच के रूप में स्वयंसेवक बनना जारी रखूंगी और अपने व्यवसाय में भी इसे करने में विस्तार करुँगी, करियर के लिए रॉकेट ईंधन अब मैं कई लोगो तक पहुंचा रही हूं –
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Two Saints | दो भिक्षु (कमाल की दिल छू लेने वाली कहानी) : यदि आप इस उत्तर को पढ़ने के दौरान मेरी ही जैसे समय से गुज़र रहे हैं तो यकीं मानिए कि आप अकेले नहीं हैं। हम सभी कुछ समय के लिए उस स्थिति में रहे हैं जहाँ आप आज हैं । मुझे आशा है कि आपको यह लेख विश्वास से भर देगा और भविष्य में आपको जल्द ही अपने अंधेरे समय से बाहर निकलने में मदद मिलेगी।
धन्यवाद! अगर इस लेख ने आपका थोडा सा भी दिल छुआ हैं तो हमे कमेंट सेक्शन में अपने विचार बतलाइये.