रेत और पत्थर

Two Best Friends : Short Moral Story in Hindi

Moral Story in Hindi
Moral Story in Hindi

Short Moral Story in Hindi : देव और अखिलेश best friends थे. वे दोनो कई बातों पे लड़ते रहते थे पर उन्होने इन वजह से कभी दोस्ती नही तोड़ी. वे job की तलाश में कई जगह घूमे जिससे की वो अच्छा पैसा कमा सके.उन्होने कई जगह, कई गाँव, शहर, जंगल, beaches को पार किया, और इस दौरान वे दोनो एक दूसरे को support करते रहे.

 

एक दिन वे घूमते घूमते एक रेगिस्तान पहुँचे और उनके पास बहुत ही कम खाना और पानी बचा हुआ था. देव ने अखिलेश से कहा की आधा खाना अभी खा लेते है और जब वे बहुत ही ज़्यादा तक जाएँगे और जब लगेगा की वे और ज़्यादा नही चल सकते, तब वे बाकी का बचा खाना खाना खा सकते हैं और पानी को बाद के use के लिए बचाएँगे.

 

लेकिन अखिलेश इससे सहमत नहीं था. वह पानी पीना चाहता था क्यूंकी वह बहुत ही ज़्यादा प्यासा था. दोनो में पानी को लेकर बहुत ज़्यादा बहस हुई. इस बीच देव ने अखिलेश के थप्पड़ मार दिया, सन्नाटा छा गया और वे चुपचाप चलने लगे. उन्होने खाने का निश्चय किया और अपनी यात्रा जारी रखी. अखिलेश ने Sand (रेत) पे लिखा, “मेरे बेस्ट फ्रेंड ने मुझे थप्पड़ मारा.”

 

दोनो ने बराबर खाना खाया और आख़िरकार उन्हे एक नदी दिखाई दी. दोनो बहुत ज़्यादा थक चुके थे लगातार सूखी और गर्म रेगिस्तान में चलते चलते. अखिलेश नदी को देखकर बहुत ज़्यादा खुश हुआ और नदी मे उतारकर पानी से खेलने लगा. जब दोनो नहा रहे थे, अखिलेश जो की थोड़ा लापरवाही से नहा रहा था, अचानक उसका पैर फिसला और वह नदी में डूबने लगा. देव ने ये सब देखा और तुरंत उसकी और तैरते हुए अखिलेश की जान बचाई.

 

अखिलेश ने अपने दोस्त को गले से लगा लिया और उसका धन्यवाद किया. उन्होने तोड़ा आराम किया और वहाँ से चलने का निश्चय किया. जब वे दोनो चलने वाले थे, अखिलेश ने वहाँ पत्थर पे कुछ लिखा.

 

उसपे लिखा था, “मेरे बेस्ट फ्रेंड ने मेरी ज़िंदगी बचाई.”

 

देव ने पूछा, ” तुम ये सब निशान क्यूँ छोड़ रहे हो?” अखिलेश ने कहा, “तुमने मुझे थप्पड़ मारा, मेने उसे रेत पे लिखा. जो तुमने किया वह बिल्कुल सही नही था. फिर भी तुम अगर वापस जाओ और उस रेत पे देखो तो तुम्हे वो शब्द अब वहाँ नहीं दिखिंगे. अब मैने ये अच्छी बात इस पत्थर पे लिखी है, जो की हमेशा रहेगी.”

 

Moral of the Story : हमें बुरी बातें भूल जानी चाहिए और हमेशा अच्छी बातें ही ज़िंदगी में याद रखनी चाहिए.

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2 thoughts on “रेत और पत्थर

  1. At this time I tell this story to my bestii

    She liked this she hppyy so I like it too much

    Lv uhh bestii tujhse bdk kuch nh h mere liye

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